"Nothing Special...सिर पैर की कुछ बातें"


आप किसी के खास हों इसमें क्या बात है, बात तो तब बने जब आप किसी खास के भी खास हों

वक्त के पैरों में पंख होते हैं 


समय ही है जिससे एक सा रहने की उम्मीद नही कर सकते।


बनावटी इंसान बोलते बहुत हैं।बनावटी लोग तेज बोलकर सच को दबाना चाहते हैं


विश्वास तब तक अटूट रहता है जबतक कोई उसे तोड़ने की कोशिश नहीं करता


रंग उछाल दिया आसमान में और आसमान ने उसे खुद पर सजा लिया


वो अजनबी इंसान इतना खास किसी के लिए कैसे हो जाता है,जिसके लिए अपने आप को धोखा देने के लिए भी दिल तैयार हो जाता है।


व्यस्त समय का बहाना बहुत हुआ जनाब ,जब हम पहली बार मिले थे तब भी आप बहुत व्यस्त थे


जब कोई आपसे बात करने के लिए बेचैन हो तो उसे कभी भी दुत्कारना नही चाहिए ऐसा जो करता है उसे बदले में दुत्कार जरूर मिलती है ...


कभी गौर किया कि ये आंखों के काजल बह कैसे जाते हैं


कभी गौर किया कि ये आंखों के काजल बह कैसे जाते हैं


किसी की बातों को इतना भी दिल से लगाकर नही रखना चाहिए कि दिल में कुछ और रखने की जगह ही न बचे


जब हमारे पास जबान है ,होठ है ,जीभ है ,वाणी के स्वर के हर साधन होते हुए भी जब हम जो कहना चाहें वह न कह पाएँ तो एक गूँगे और हमे कोई फर्क नही होता ।


जो अपनी जबान पर टिकना जानते हैं वो किसी भी हालात में बिकना नही जानते


समय ही है जिससे एक सा रहने की उम्मीद नही कर सकते।


किसी के आँसू गिरने का कारण हमेशा बुरी यादें नही होतीं वो अच्छी यादें ही बुरे समय में याद आती हैं।

                                     

      

आपको कितना भी बड़ा सुख मिला हो वह आपको सन्तुष्टि देकर छोड़ देगा पर सबसे बड़ा दुःख समय  के साथ-साथ चलता है ।पीड़ा कम हो जाती है पर, यह दुःख जिंदगी भर सालता रहता है।चुभता रहता है।

                             -डॉ०संगीता

"Nothing Special...सिर पैर की कुछ बातें"



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